देहरादून। उत्तराखंड परिवहन निगम के रूडकी डिपो के पेट्रोल पंप से बसों में भरे जाने वाले डीज़ल में पानी की मिलावट की शिकायत की जांच महाप्रबंधक संचालन निधि यादव को सौंपी गई थी । पहले आशंका जताई जा रही थी कि किसी ने टैंक से डीज़ल निकल कर उसमे पानी भर दिया , मगर प्रथम दृष्ट्या ये जानकारी मिली है कि टैंक में पानी कार्यशाला में जल भराव के कारण ही मिलावट हुई है, क्यूंकि भूमिगत टैंक बेहद जर्जर हालत में मिला। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रकरण में लिप्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे । इस बाबत रूड़की डिपो के अधिकारीयों का कहना है कि कार्यशाला में जलभराव के कारण डीज़ल पंप के टैंक में पानी भर गया। हालांकि इस की सत्यता जांचने के लिए विभाग ने इंडियन ऑयल की एक टीम भी बुलाई थी मगर वो मौके पर नहीं पहुंची। सनद रहे कि जो गाड़ियां रूड़की डिपो से डीज़ल लेकर विभिन्न मार्गो पर निकली थी वो सभी बसे एक साथ अलग-अलग स्थानों पर रास्ते में खड़ी हो गई थी । जिन्हे क्रेन के द्वारा कार्यशाला तक पहुंचाया गया था । एक साथ इतनी बसों के ब्रेक डाउन होने के कारण विभाग में हड़कंप मच गया। महाप्रबंधक संचालन ने बतया कि डिपो स्तर पर इंडियन ऑयल कोर्पोरशन को टैंक की रिपेयर करने को कहा तो उन्होंने उसे गंभीरता से नहीं लिया , इसलिए महाप्रबंधक संचालन ने उक्त डीज़ल की बर्बादी के लिए इंडियन ऑयल कोर्पोरेशन को दोषी मानते हुए उनसे रिकवरी करने की बात कही। रूड़की डिपो में जांच के लिए पहुँची टीम में महाप्रबंधक संचालन के साथ मंडलीय प्रबंधक तकनीकी अनूप रावत भी मौज़ूद रहे। जांच करने पहुंची टीम ने डीज़ल पंप पर लगे कैमरों की भी पड़ताल की साथ ही ये भी पाया कि पास में ही एक बड़ा बरसाती नाला भी बहता है जिससे टैंक में रिसाव से डीज़ल में पानी की मिलावट होना भी एक कारण बताया गया । जांच में डीज़ल पम्प के रख-रखाव में भी खामियां पाई गई। स्टैंड पर पूछताछ सहित उनके स्थानों पर गंदगी मिली। लगभग 4-5 घंटे की जांच पड़ताल के बाद टीम मुख्यालय लौट आई।
रूड़की डिपो में डीज़ल में पानी की मिलावट