उत्तराखंड परिवहन मुख्यालय होगा रिस्पना पुल के समीप शिफ्ट


देहरादून। उत्तराखंड परिवहन निगम के मुख्यालय को हरिद्वार बाईपास स्थित उत्तराखंड कोऑपरेटिव फैडरेशन की इमारत में शिफ्ट करने का निर्णय विभागीय अधिकारियों द्वारा लिया गया है। प्रति माह लाखो के घाटे से जूझ रहा उत्तराखंड परिवहन निगम लगभग परिवहन निगम के गठन के 16 साल बाद भी अपने मुख्यालय की व्यवस्था नहीं कर पाया। कर्मचारियों का तीन महीने का वेतन भी अभी शेष है इसके अतिरिक्त 6 वर्षों से अतिकाल एवं राष्ट्रीय पर्वो का अवशेष तथा सेवा निवृत कार्मिकों का बकाया विभाग की तरफ देय है. ऐसी स्थिति में मुख्यालय का निर्माण मील का पत्थर दिखाई देता है। लगभग 15 लाख वार्षिक किराये के रूप विभाग मुख्यालय की मद में खर्च करता है। हाल ही में बसंत विहार स्थित जिस भवन में रोडवेज मुख्यालय है उसे खली करने हेतु भवन स्वामी एक साल से प्रबंधन पर दबाव बना रहा था , मगर जब अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी तो भवन स्वामी को कोर्ट की शरण में जाना पड़ा और विभाग को कोर्ट का नोटिस मिलने के बाद अब एक महीने में भवन खाली करने का आश्वासन भवन स्वामी को दिया गया है। इस से पूर्व मुख्यालय उत्तराखंड परिवहन निगम के गठन के बाद 3003 से 80,000 रूपए प्रति माह की दर से इंद्रानगर में था। 2012 में इसे बसंत विहार शिफ्ट कर दिया गया था। हाल ही में उत्तराखंड परिवहन निगम मुख्यालय को रिस्पना पुल से समीप हरिद्वार बाईपास स्थित उत्तराखंड कोऑपरेटिव फैडरेशन की बहुमंजिला इमारत में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है


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