हिमाचल में भारी बर्फबारी से आधे हिमाचल में 48 घंटों से व्हाइट कर्फ्यू लगा हुआ है। हजारों पर्यटक प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में फंसे हुए हैं। एक व्यक्ति की ठंड से और एक की फिसलकर गिरने से मौत हो गई। दो दिनों से शिमला, कुल्लू, चंबा, मंडी के कई इलाकों के अलावा लाहौल और किन्नौर जिले देश-दुनिया से कटे हुए हैं। परिवहन, बिजली और पानी सेवाएं ठप हैं। राजधानी शिमला समेत बर्फीले क्षेत्रों में सड़कें शीशा बनी हैं। पेड़ गिरने से बिजली के सैकड़ों ट्रांसफार्मर जल गए। बर्फबारी के बाद खिली धूप ने लोगों की दुश्वारियां और बढ़ा दी हैं। पाइपों में पानी जमने से पेयजल संकट गहरा गया है। गुरुवार दोपहर तक प्रदेश में पांच नेशनल हाईवे समेत 1034 सड़कें बंद रहीं। लोक निर्माण विभाग के नेशनल हाईवे विंग के साथ बीआरओ मार्ग बहाली को सड़कों पर उतर गया है।
केलांग का अधिकतम पारा माइनस 7.1 रहा। कुल्लू-मनाली, शिमला-रामपुर, रामपुर-किन्नौर, चंबा-भरमौर और औट-बंजार-सैंज नेशनल हाईवे पर यातायात ठप रहा। कांगड़ा जिले की मुलथान तहसील में 84 ट्रांसफार्मर बंद होने से 40 गांवों में अंधेरा छाया रहा। मंडी में 70 से ज्यादा सड़कें बंद हैं। रोहतांग में 210, जलोड़ी दर्रा में 150, सोलंगनाला में 90 सेंटीमीटर बर्फ रिकॉर्ड की गई है। चौपाल-शिमला मुख्य मार्ग भी बंद पड़ा है। बिजली बंद होने से सरकारी कार्यालयों और बैंकों में कामकाज दिन भर ठप रहा। चंबा जिला में 40 मार्गों सहित बिजली के 25 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं।
राजधानी शिमला में बर्फ अब जानलेवा बनने लगी है। बर्फ पर फिसलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं ढाई दर्जन लोग घायल हो गए। नेपाल निवासी टीकाराम बर्फ पर गिरकर घायल हो गया था। शिमला के जोनल अस्पताल रिपन में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। उधर, कुल्लू के ब्यासा मोड़ स्थित हिमुडा शॉपिंग कांप्लेक्स की एलआईसी बिल्डिंग में एक साधु मृत मिला है।